डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर - आत्माकथा और मिशन
Keywords:
जीवन एवं बचपन, आत्माकथा, व्यक्तित्व, मिशन, कर्तुत्व, दर्शन, साहित्य, शिक्षा, दलित प्रतिनिधित्व, मूकनायक, बहिष्कृत परिषद्, आंबेडकरवाद, बाबासाहेब के सर्वश्रेष्ठ विचार, आंबेडकर की २२ प्रतिज्ञाएँ, महापरिनिर्वाण, स्वातंत्र्य, बौद्ध धर्म, मानवतावाद, अहिंसा, सत्य, समानता, आंबेडकर से जुड़े रोचक तथ्यSynopsis
डॉ. भीमराव अम्बेडकर भारत के एक महानतम विधिवेत्ता, विद्वान, राजनीतिज्ञ और बौद्ध पुनरुत्थानवादी थे| थे। वे भारत के संविधान के मुख्य निर्माता थे। उन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में एक महान भूमिका निभाई थी। वे भारत के प्रथम विधि मंत्राी भी थे। डाॅ. अम्बेडकर को भारत में दलितों एवं पिछड़े वर्ग के लोगों का ‘मसीहा’ माना जाता है।पुस्तक इन बातों का रोचक वर्णन है कि कैसे एक निम्न वर्ग और गरीब परिवार का एक औसत बालक सामाजिक भेदभाव के खिलाफ संघर्ष करके दलितों और पिछड़े वर्ग का मसीहा बन गया। पुस्तक उनके व्यक्तित्व और जीवन-चरित्र पर भी पर्याप्त प्रकाश डालती है। हमें आशा है कि पुस्तक पाठकों में उनके प्रति जिज्ञासा और रुचि जागृत करने में सफल होगी।आम्बेडकर विपुल प्रतिभा के छात्र थे। उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स दोनों ही विश्वविद्यालयों से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधियाँ प्राप्त कीं तथा विधि, अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान में शोध कार्य भी किये थे।[7] व्यावसायिक जीवन के आरम्भिक भाग में ये अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे एवं वकालत भी की तथा बाद जीवन राजनीतिक गतिविधियों में अधिक बीता। इसके बाद आम्बेडकर भारत की स्वतन्त्रता के लिए प्रचार और चर्चाओं में शामिल हो गए और पत्रिकाओं को प्रकाशित करने, राजनीतिक अधिकारों की वकालत करने और दलितों के लिए सामाजिक स्वतंत्रता की वकालत की और भारत के निर्माण में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा।